Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Jun, 2025 11:58 AM

अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया ड्रीमलाइनर विमान हादसे के बाद भारत के एविएशन सेक्टर को अब तक का सबसे बड़ा बीमा क्लेम देखने को मिल सकता है। जानकारों के मुताबिक बीमा कंपनियों को करीब 120 मिलियन डॉलर (लगभग 1,000 करोड़ रुपए) या उससे ज्यादा की भरपाई करनी पड़...
बिजनेस डेस्कः अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया ड्रीमलाइनर विमान हादसे के बाद भारत के एविएशन सेक्टर को अब तक का सबसे बड़ा बीमा क्लेम देखने को मिल सकता है। जानकारों के मुताबिक बीमा कंपनियों को करीब 120 मिलियन डॉलर (लगभग 1,000 करोड़ रुपए) या उससे ज्यादा की भरपाई करनी पड़ सकती है।
विमान और यात्रियों की बीमा लागत
एक रिपोर्ट के अनुसार, हादसे में विमान की क्षति का मूल्य करीब 80 मिलियन डॉलर आंका जा रहा है, जिसे बीमा क्षेत्र में ‘हल लॉस’ कहा जाता है। यात्रियों को मुआवजे में 30 से 50 मिलियन डॉलर तक का खर्च और जुड़ सकता है। माना जा रहा है कि चूंकि विमान में कई हाई-नेटवर्थ इंडिविजुअल्स सवार थे, यात्रियों के दावे 100 मिलियन डॉलर तक भी पहुंच सकते हैं।
किन कंपनियों ने किया बीमा?
इस हादसे से संबंधित बीमा पॉलिसी में टाटा एआईजी मुख्य बीमाकर्ता है, जबकि न्यू इंडिया एश्योरेंस, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड, और जीआईसी रे जैसी कंपनियों ने भी हिस्सेदारी ली है। हालांकि भारतीय बीमाकर्ताओं ने जोखिम का केवल 10% से भी कम हिस्सा अपने पास रखा है, अधिकांश जोखिम अंतरराष्ट्रीय रीइंश्योरेंस कंपनियों के पास है।
ऐतिहासिक तुलना
भारत में इससे पहले दो बड़े विमान हादसों में—2010 में मंगलूरु और 2020 में कोझीकोड—कुल 60–70 मिलियन डॉलर का बीमा क्लेम हुआ था। इस बार की क्षति इन दोनों से कहीं अधिक मानी जा रही है।