Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Aug, 2020 12:56 PM
मोदी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मात्र 2.51 करोड़ प्रवासी मजदूरों को ही अनाज वितरित किया है, उपभोक्ता एवं खाद्य मंत्रालय की मानें तो अनाज कम वितरण बताता है कि प्रवासी मजदूरों की वास्तविक संख्या
बिजनेस डेस्कः मोदी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मात्र 2.51 करोड़ प्रवासी मजदूरों को ही अनाज वितरित किया है, उपभोक्ता एवं खाद्य मंत्रालय की मानें तो अनाज कम वितरण बताता है कि प्रवासी मजदूरों की वास्तविक संख्या काफी कम थी, लॉकडाउन के बाद से ही मोदी सरकार बिना राशन कार्ड वालों को मुफ्त राशन देती आ रही है, इसी योजना से केन्द्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत योजना की शुरुआत की लेकिन लोगों को इस योजना के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
यह भी पढ़ें- EPFO का अलर्ट- सोशल मीडिया पर न करें ये गलती, वरना हो सकता है नुकसान
हालांकि कुछ लोगों ने आवेदन के बावजूद राशन ना मिलने की बात कही है, आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत उन प्रवासियों को मुफ्त राशन मिलना है, जिनका देश में कहीं भी राशन कार्ड नहीं है, इसके तहत प्रत्येक परिवार को हर महीने 5 किलो चावल या गेहूं और एक किलो चना दिया जाना है।
यह भी पढ़ें- ड्रैगन को झटका, सऊदी अरामको ने चीन के साथ की 75000 करोड़ की डील खत्म
मुफ्त राशन नहीं देने पर होगी सख्त कार्रवाई
ऐसे में अगर किसी कार्डधारकों को मुफ्त आनाज लेने में दिक्कत आ रही है तो वह इसकी शिकायत संबंधित जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक कार्यालय में या फिर राज्य उपभोक्ता सहायता केंद्र पर कर सकते हैं। इसके लिए सरकार ने टोल फ्री नंबर 1800-180-2087, 1800-212-5512 और 1967 जारी किया है। उपभोक्ता अपनी शिकायत इन नंबरों पर दर्ज करवा सकते हैं। कई राज्य सरकारों ने अलग से भी हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
यह भी पढ़ें- विश्व बैंक की चेतावनीः कोरोना की वजह से बेहद गरीब हो सकते हैं दुनिया के 10 करोड़ से ज्यादा लोग
लॉकडाउन के दौरान शुरू की गई थी योजना
लॉकडाउन के दौरान ही पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के विस्तार की मंजूरी दी थी। केंद्र सरकार ने पिछले दिनों ही PMGKAY के तहत 81 करोड़ से भी ज्यादा लोगों को नवंबर 2020 तक मुफ्त में अनाज देने का ऐलान किया था। साथ ही इस योजना में उन लोगों को भी अनाज दिया जा रहा है जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उनको इस योजना का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड होना जरूरी है। इस योजना के तहत गुलाबी, पीले और खाकी राशन कार्डधारक को 5 किलो प्रति सदस्य गेहूं या चावल और एक किलो दाल प्रति परिवार को फ्री में दिया जाएगा।