Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 03 Jun, 2025 05:10 PM

बेंगलुरु में रहने वाली एक 54 वर्षीय गृहिणी ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का दावा है कि डॉलर्स कॉलोनी शाखा में स्थित उसके लॉकर से 145 ग्राम सोने और हीरे के गहने रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए हैं। इस घटना ने न केवल बैंक की...
नेशनल डेस्क: बेंगलुरु में रहने वाली एक 54 वर्षीय गृहिणी ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का दावा है कि डॉलर्स कॉलोनी शाखा में स्थित उसके लॉकर से 145 ग्राम सोने और हीरे के गहने रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए हैं। इस घटना ने न केवल बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं बल्कि आम ग्राहकों के बीच भी चिंता पैदा कर दी है। इस मामले की शिकायतकर्ता हैं बिंदु सी.डी., जो बेंगलुरु की निवासी हैं और एक गृहिणी हैं। उन्होंने दिसंबर 2022 में एसबीआई की डॉलर्स कॉलोनी शाखा में एक सेविंग खाता और लॉकर सुविधा शुरू की थी। शुरुआत में सब कुछ सामान्य था बिंदु ने नवंबर 2024 में आखिरी बार लॉकर खोलकर अपने आभूषणों की जांच की थी, तब सब कुछ सुरक्षित था। लेकिन अगली बार जब वह मार्च 2025 में लॉकर देखने पहुँचीं, तो उनके होश उड़ गए। बिंदु का कहना है कि 28 मार्च 2025 को जब वह बैंक गईं और लॉकर खोला तो उसमें से 145 ग्राम सोने और हीरे के कीमती गहने गायब थे। उन्होंने तुरंत इस बारे में बैंक अधिकारियों को जानकारी दी लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।
बैंक ने क्या कहा?
बैंक अधिकारियों का कहना था कि लॉकर तक कोई अनधिकृत पहुंच नहीं हो सकती। उन्होंने बिंदु की चिंता को गंभीरता से नहीं लिया और उनकी शिकायतों को अनदेखा कर दिया। इसके बाद बिंदु ने एसबीआई कस्टमर सर्विस, शाखा प्रबंधक और यहाँ तक कि मुख्य सतर्कता अधिकारी (Chief Vigilance Officer) तक शिकायत पहुँचाई। मगर हर जगह से एक ही जवाब मिला "घर पर चेक कीजिए"। अधिकारियों ने बार-बार यह मानने से इनकार किया कि बैंक में कुछ गलत हुआ है। लगातार अनदेखी और टालमटोल से परेशान होकर बिंदु ने सदाशिवनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब यह मामला केवल एक बैंकिंग विवाद नहीं रहा, बल्कि एक आपराधिक जांच का विषय बन चुका है।
बैंक लॉकर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने लॉकर की सुरक्षा को लेकर कई आम ग्राहकों के मन में डर और संदेह भर दिए हैं। लोग सोचने पर मजबूर हैं कि अगर एक राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा में भी ऐसी घटना हो सकती है, तो उनके गहने और दस्तावेज कितने सुरक्षित हैं? बैंक लॉकर को हमेशा से सुरक्षित माना जाता रहा है। ग्राहकों को विश्वास होता है कि बैंक में रखी चीजें चोरी नहीं होंगी। लेकिन इस घटना ने इस धारणा को हिला दिया है।
फिलहाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और बैंक अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस बैंक के सीसीटीवी फुटेज, लॉकर एंट्री रिकॉर्ड और लॉकर तक पहुंच रखने वाले स्टाफ की जानकारी इकट्ठा कर रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लॉकर खोलने के दौरान कोई अनधिकृत गतिविधि हुई या नहीं। वहीं बैंक भी अपने स्तर पर आंतरिक जांच कर रहा है।