Edited By Prachi Sharma,Updated: 08 Jun, 2025 06:27 AM

Mithun Sankranti 2025: हिंदू पंचांग में संक्रांति का विशेष महत्व होता है। जब सूर्य किसी नए राशि में प्रवेश करता है, तो उसे संक्रांति कहते हैं। हर संक्रांति का अपना अलग महत्व होता है और इसे शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है।
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Mithun Sankranti 2025: हिंदू पंचांग में संक्रांति का विशेष महत्व होता है। जब सूर्य किसी नए राशि में प्रवेश करता है, तो उसे संक्रांति कहते हैं। हर संक्रांति का अपना अलग महत्व होता है और इसे शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है। मिथुन संक्रांति भी ऐसा ही शुभ अवसर है, जब सूर्य धनु राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करता है। यह समय नयी शुरुआत, उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है। मिथुन संक्रांति के दिन किए गए दान और धार्मिक कार्यों का विशेष फल होता है। कहा जाता है कि इस दिन की गई दान-पुण्य से व्यक्ति के जीवन में खुशहाली और समृद्धि का प्रवेश होता है। आइए जानते हैं कि मिथुन संक्रांति पर कौन-कौन सी चीजें दान करने से बरकत होती है और जीवन खुशहाल बनता है।

मिथुन संक्रांति पर कौन-कौन सी चीजों का दान करें?
अन्न
अन्न का दान सबसे पुण्यदायक माना गया है। मिथुन संक्रांति पर गरीबों और जरूरतमंदों को अनाज दान करें। इससे न केवल भूखे पेट भरते हैं बल्कि जीवन में आर्थिक स्थिरता और खुशहाली आती है।
फल और सूखे मेवे
ताजे फल या सूखे मेवे दान करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक है। जरूरतमंदों को फल वितरित करें, इससे मन प्रसन्न होता है।
कपड़े और स्वच्छ वस्त्र
पुराने लेकिन साफ कपड़े दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। यह दान कर व्यक्ति का भाग्य खुलता है और जीवन में नए अवसर आते हैं।
पानी के लिए व्यवस्था
पानी का दान करना, जैसे कुएं की सफाई, तालाब की मरम्मत या बोतलबंद पानी जरूरतमंदों को देना, बहुत शुभ माना जाता है। पानी जीवन का मूल है और इसका दान करने से स्वास्थ्य और खुशहाली आती है।
धार्मिक पुस्तकें और पूजा सामग्री
धार्मिक पुस्तकें, दीपक, अगरबत्ती, लौंग, दालचीनी आदि पूजा-सामग्री दान करने से धार्मिक पुण्य बढ़ता है। मिथुन संक्रांति के दिन ऐसे दान से मन को शांति मिलती है।

मिथुन संक्रांति पर दान के लाभ:
दान से धन की आपूर्ति बनी रहती है और जीवन में आर्थिक स्थिरता आती है। घर-परिवार में सुख, शांति और सद्भावना बढ़ती है।
नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं और मन सकारात्मक सोच से भर जाता है।
पूर्व जन्म के पापों का नाश होता है और नया शुभ कर्म बनता है।
स्वास्थ्य अच्छा रहता है और आयु लंबी होती है।
भाग्य का द्वार खुलता है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
